कोरोना महामारी में आयुर्वेदिक संस्थानों और औषधियों का उपयोग ज़रूरी
वर्तमान परिस्थिति में उपयोगी कतिपय वानस्पतिक औषधियों पर प्रकाश डालते हुए उन्होंनें कहा कि गुरिच , दालचीनी, लौंग, जावित्री, तुलसी, अजवायन सदृश औषधियां अत्यन्त उपयोगी हैं।मरिच में मौजूद piperin नामक तत्व bioavilability enhancer की तरह कार्य करता है, जो आहार तथा औषध द्रव्यों के पोषक तत्वों को अधिक से अधिक मात्रा में शोषण करने में मदद करता है। इसी प्रकार, लौंग में मौजूद uginol नामक aromatic constituent antiseptic और antimicrobial होने की वजह से अत्यन्त लाभकारी है। लौंग की कली को मुंह में रखने से भी इसके औषधीय गुण का लाभ मिल सकता है। इन सभी द्रव्यों में volatile aromatic compound पाया जाता है जो कि श्वसनवह संस्थान पर अत्यन्त गुणकारी प्रभाव दिखा सकते हैं। कर्पूर एवं अजवायन का भाप श्वसनवह संस्थान को मजबूती प्रदान करता है जिससे कि उसके आक्सीजन ग्रहण करने की क्षमता बढती है। तुलसी एवं अश्वगंधा अपने adaptogenic गुण के कारण हमारे शरीर को परिस्थितियों के अनुरुप ढलने की क्षमता प्रदान करते हैं।
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