The Ganga : प्रवाह में सुधार लाये बिना गंगा का पुनर्जीवन संभव नहीं
गंगा की जीवनदायिनी क्षमता पर संकट गंगा को निर्मल ही नहीं करना है, उससे जुड़े सभी का अधिकार ही नहीं संरक्षित करना है, बल्कि उसकी अविरल धारा को भी बनाये रखने की जरूरत है। विकास के नाम पर गंगा पर बने 900 से अधिक बांध एवं बैराज गंगा के प्रवाह को बाधित कर रहे हैं। बिना प्रवाह में सुधार लाये, गंगा का पुनर्जीवन संभव नहीं है।
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