भारत में पानी की उपलब्धता पर्याप्त है, प्रबंधन के अभाव में जल संकट बढ़ रहा है- जलपुरुष डॉ राजेंद्र

ग्वालियर की प्राकृतिक विरासत गोपालचल पहुंचे। यहां भारतीय विरासत के पहाड़ी में नमूने बने हुए हैं। इस यात्रा में जाना कि, भारतीय समाज में विरासत को बचाने का जज्बा अभी भी बाकी है। बहुत पहले यह क्षेत्र पूरा वीरान हो गया था। पिछले 20 साल में सरकार ने इसे अतिक्रमण मुक्त कराया और यहां के समाज ने इसे हरा भरा बनाया है। ग्वालियर तो पहले से ही प्राकृतिक, सांस्कृतिक, सामाजिक विरासत का बड़ा केंद्र रहा है। यहां के राजाओं ने इनके संरक्षण का बहुत प्रयास किया था। यात्रा करते हुए जलपुरुष राजेंद्र सिंह ने कहा कि, यदि लोग विरासत नहीं बचाएंगे, तो प्रकृति अपना क्रोध दिखाकर, अपनी विरासत को बचाने पर मजबूर करेगी। जिस प्रकार आज यह कोविड वायरस कर रहा है।