टैगोर का उदारवादी राष्ट्रवाद चाहिए :अखिलेश यादव

अखिलेश यादवः–देखिए इनका जो नेशनलिज्म है वह गड़बड़ है। नेशनलिज्म जो यह अपना डिफाइन करते हैं वो आरएसएस वाली बात ही है। इनका नेशनलिज्म नफरत से भरा हुआ है। नेशनलिज्म या राष्ट्रवाद वह हो सकता है जो हमारे राष्ट्र में शांति पैदा करे। यह शांति को खत्म करते हैं। यह नफरत पैदा करते हुए राष्ट्रवाद का झंडा आगे बढ़ाते हैं। किसी मुस्लिम के खिलाफ नफरत पैदा कर देते हैं। हमारे देश को चाहिए लिबरल विचारधारा। जो आइडियोलाजी हो वह उदारवादी हो। रवींद्रनाथ टैगोर जी ने राष्ट्रवाद की जो व्याख्या की है वह सुंदर है। उनसे बढ़िया किसी ने परिभाषित नहीं किया है। क्योंकि हम खाने पीने से राष्ट्रवाद को परिभाषित नहीं कर सकते हैं। मान लीजिए भाजपा कहती है कि यह नहीं खाओगे आप, यह नहीं पहनोगे आप। आप ऐसा नहीं करोगे। उससे हमारा राष्ट्रवाद परिभाषित नहीं होता है। हमारे ही धर्म में विभिन्नताएं हैं। हम उत्तर प्रदेश मे ही देखें तो तमाम परंपराएं चल रही हैं यहां पर। जैसे लखनऊ से ऊपर देख लें। पूर्वी उत्तर प्रदेश को देख लें। यहां लड़की मां बाप के पैर छूती है। आप नीचे की ओर चले जाओ पश्चिमी उत्तर प्रदेश में तो घर परिवार के लोग बेटी के पैर छूते हैं। पश्चिमी उत्तर प्रदेश में अलग परंपराएं हैं। केरल को लें तो वहां अलग परंपरा है। उनका त्योहार अलग है। उनका पहनावा अलग है। उनका खाना पीना अलग है। उनका एक दूसरे से उठना बैठना अलग है। मैं गया अभी हैदराबाद। पूरे टेबल पर क्या हिंदू क्या मुसलमान सभी बिरयानी खा रहे हैं। इस तरह बहुत सारी चीजें हैं देश में जिन्हें एकरूपी नहीं किया जा सकता। इनका नेशनलिज्म इसलिए है कि इन्हें वोट चाहिए। यूपी में वोट चाहिए नार्दर्न बेल्ट में वोट चाहिए।