कानून को बुलडोज़ कर के लागू नहीं किया जा सकता

यदि कानून को, कानूनी प्रावधान दरकिनार करके, मनमर्जी से लागू किया जाएगा, तो उसका सबसे बड़ा दुष्परिणाम यह होगा कि सिस्टम, विधि केंद्रित न होकर व्यक्ति केंद्रित हो जाएगा और यदि कहीं उसे लागू करने वाला व्यक्ति अयोग्य, सनकी और जिद्दी हुआ तो राज्य एक अराजक समाज में बदल जाएगा।