लता मंगेशकर यानी ख़ुशबू के शिलालेख पर लिखी प्रकृति की कविता

🔊 सुनें लता जी पर मैंने कोई बीस-इक्कीस वर्ष पहले एक आलेख लिखा था । अवसर था इंदौर में ‘माई मंगेशकर सभागृह ‘के निर्माण का । उसमें मैंने लता जी के साथ उसके भी सोलह वर्ष पूर्व(1983) इंदौर की एक होटल में तब उनके साथ हुई भेंटवार्ता का ज़िक्र किया था । उस आलेख का … Continue reading लता मंगेशकर यानी ख़ुशबू के शिलालेख पर लिखी प्रकृति की कविता