कैसा कलजुग आ गया है , वोट के लिए शव-यात्रा में भी किडनैपिंग

बाद में अजय के घर वाले उसके पिता का शव लेकर सरयू के घाट पर पहुंचे और इंतज़ार करते रहे कि शायद अजय किसी तरह उनके चंगुल से छूट कर आ जाये तो पिता को मुखाग्नि दे।लेकिन खबर लिखने अजय नहीं लौटा.