महान पत्रकार व स्वतंत्रता सेनानी गणेश शंकर विद्यार्थी के जन्मदिन पर कार्यशाला का आयोजन
पत्रकारिता की दिशा में उन्मुख प्रतिभागियों से बातचीत करते हुए उन्होंने कहा कि जब से पृथ्वी का आरम्भ हुआ है, तब से इस भौगोलिक दुनिया में संचार की शुरुआत हुई है. जैसे हम अमीबा को देख सकते हैं कि जब कोई भी वस्तु उससे टकराती है तो उसे संकेत मिलता है कि मुझे किसी वस्तु ने स्पर्श किया है, जिसे वह भोजन के रूप में ग्रहण करना चाहता है या फिर उस तरह से, जैसे कि वो उसे किसी और रूप में महसूस करता हो.
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