शहरी ठोस कचरा : प्रकृति का नाश करने वाली शैतानी व्यवस्था नहीं चाहिए 

शहरों में निकलने वाला ठोस कचरा प्रकृति का नाश करने वाली औद्योगिक और नगरीय सभ्यता की और सत्ता के केंद्रीकरण की देन है.