देश में एक नए क़िस्म की व्यवस्था की स्थापना के प्रयोग

देश इस समय एक नए क़िस्म की व्यवस्था की स्थापना के प्रयोग से गुजर रहा है ! व्यवस्था यह है कि नागरिकों को शासन के निर्णयों ,उसके कामों और उसके द्वारा दी जाने वाली सज़ाओं पर किसी भी तरह के सवाल नहीं उठाना है, कोई भी हस्तक्षेप नहीं करना है। फिर एक राष्ट्र के रूप में शासन किसी भी अन्य देश की हुकूमत के द्वारा उसके अपने नागरिकों के अधिकारों पर किए वाले प्रहारों, और उन्हें दी जाने वाली सज़ाओं को लेकर भी कोई विरोध या हस्तक्षेप नहीं व्यक्त करेगा।’वसुधैव कुटुम्बकम’ की अब यही नई परिभाषा बनने वाली है !