विश्व पटल पर हिंदी

विश्व पटल पर हिंदी को स्थापित करने के लिए वर्ष 1973 में राष्ट्रभाषा प्रचार समिति, वर्धा द्वारा एक विश्व हिंदी सम्मेलन करने का प्रस्ताव दिया गया था, जिसके फलस्वरुप प्रथम विश्व हिंदी सम्मेलन 10 से 14 जनवरी 1975 को नागपुर में संपन्न हुआ। 14 जनवरी 1949 को भारत सरकार द्वारा हिंदी को राजभाषा का दर्जा दिलाने के पश्चात यह पहला बड़ा पड़ाव था.