गोवा की पुरानी जेल प्रेरणास्थल बने : रमा शंकर सिंह

गोवा मुक्ति के बाद की सरकारों ने अपने स्वतंत्रता आंदोलन की कोई जानकारी शिक्षा में सम्मिलित नहीं की नतीजतन कई पीढ़ियॉं उस अमूल्य विरासत धरोहर व विचार से अनभिज्ञ रहीं। सिर्फ़ कोंकणी संस्कृति में लोकगीत रचे बसे रह गये हैं जो आज भी कोंकणी स्त्रियो द्वारा उत्सव के अवसरों पर गाये जाते हैं। शेष भारत की नई पीढ़ी भी वहॉं मौज-मस्ती करने जाती है पर एक के भी दिमाग़ में उन योद्धाओं का ख़याल नहीं आता जिन्होनें अपनी नौजवानी पुर्तगाली यातनाओं को सहते हुये खपा दी।