धर्म के प्रति गांधी का दृष्टिकोण

गांधी के लिए धर्म का अर्थ वह है, जो मुस्लिम-सिख-ईसाई, सबसे आगे निकल जाता है. यह इन्हें दबाता नहीं बल्कि इन्हें समन्वित कर सशक्त बनाता है. मानव मात्र के कल्याण के लिए इसमें ऊंच-नीच, जाति भेद, रंगभेद के लिए कोई स्थान नहीं है.