अभिव्यक्ति की आज़ादी , इमरजेंसी और आज के हालात
अभिव्यक्ति की आज़ादी की बदलती तस्वीर की चर्चा सबसे जरूरी है. क्योंकि इस अधिकार के लिए सबसे अधिक संघर्ष करना पड़ा था. तिलक, एनी बेसेंट और गांधी से लेकर सरोजिनी नायडू, विनोबा भावे, नेहरू, पटेल, मौलाना आज़ाद, नरेन्द्र देव, जयप्रकाश और लोहिया जैसे हजारों भारतीय नायक-नायिकाओं पर अनगिनत मुकदमे चले. सज़ाएँ हुईं.
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